
सर्दियों में घर पर बनने वाले 5 असरदार काढ़े – इम्युनिटी और सर्दी-जुकाम के लिए
काढ़ा औषधीय जड़ी-बूटियों या पौधों को पानी में उबालकर बनाए गए औषधीय रस या घोल को कहते हैं। कुछ जड़ी-बूटियाँ, अदरक-लहसुन आदि को गुड़, सौंठ आदि के साथ उबालकर बनाई
स्वास्थ्य और खुशहाली के लिए अपनाएं आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक उपचार। प्राकृतिक और सुरक्षित तरीकों से अपनी सेहत को बेहतर बनाएं!

काढ़ा औषधीय जड़ी-बूटियों या पौधों को पानी में उबालकर बनाए गए औषधीय रस या घोल को कहते हैं। कुछ जड़ी-बूटियाँ, अदरक-लहसुन आदि को गुड़, सौंठ आदि के साथ उबालकर बनाई

काढ़ा औषधीय जड़ी-बूटियों या पौधों को पानी में उबालकर बनाए गए औषधीय रस या घोल को कहते हैं। कुछ जड़ी-बूटियाँ, अदरक-लहसुन आदि को गुड़, सौंठ आदि के साथ उबालकर बनाई

काढ़ा औषधीय जड़ी-बूटियों या पौधों को पानी में उबालकर बनाए गए औषधीय रस या घोल को कहते हैं। कुछ जड़ी-बूटियाँ, अदरक-लहसुन आदि को गुड़, सौंठ आदि के साथ उबालकर बनाई

आज की भाग-दौड़ की जिंदगी में मानसिक तनाव, चिंता और अवसाद ये सामान्य समस्याएं बन गई हैं। ऐसे में मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने के लिए ध्यान (ध्यान और मानसिक स्वास्थ्य)

गर्मी के मौसम में पौधों की देखभाल की अधिक आवश्यकता होती है, क्योंकि इस मौसम में तेज धूप और गर्म हवाओं के कारण पौधे जल्दी सूखने लगते हैं। तो आज

दिवाली हो या कोई त्योहार या कोई पूजा-पाठ, मिठाई बिना सब सूना लगता है। पुरानी परंपराओं के हिसाब से मिठाइयों में अब एक नया बदलाव आया है, चॉकलेट बर्फी जिसमें

घर पर बनाएँ आसान और जल्दी तैयार होने वाली मिठाइयाँ। पहली रेसिपी है नारियल लड्डू, जो सिर्फ 10 मिनट में तैयार हो जाता है। दिवाली, रक्षा बंधन सभी त्योहारों के

मानसून का मौसम बच्चों को बहुत पसंद होता है। इस मौसम में बच्चे खूब खेलते हैं और खूब मस्ती करते हैं। लेकिन, वहीं दूसरी तरफ चारों तरफ नमी और गंदा

शतावरी क्या है? (What is Shatavari?) शतावरी एक प्राचीन और बहुत प्रसिद्ध, आयुर्वेदिक औषधि है, जिसे ज़्यादातर महिलाओं के हेल्थ के लिए “अमृत” के रूप में माना गया है। इसे

मोरिंगा को सहजन भी कहा जाता है। आयुर्वेद के अनुसार यह एक औषधीय पौधा है। इसकी पत्तियों से लेकर फल-फूल एवं जड़ तक किसी-न-किसी रूप में स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद

चिकन पॉक्स को चेचक या छोटी माता भी कहा जाता है। यह एक संक्रामक बीमारी है जो कि वेरिसेला-जोस्टर वायरस (Varicella-Zoster Virus – VZV) के कारण होती है।यह बीमारी दो

ब्राह्मी (Bacopa Monnieri) एक बहुत प्रसिद्ध और प्राचीन आयुर्वेदिक औषधि है जो मुख्य रूप से मस्तिष्क संबंधी कार्यों को सही ढंग से संचालित करती है। इसे संस्कृत भाषा में “बुद्धि-वर्धक”

गिलोय, जिसे आयुर्वेद में गुडूची भी कहा जाता है, एक बहुवर्षीय बेल है जो भारत में प्राकृतिक रूप से पाई जाती है। यह बेल नीम, आम या अन्य पेड़ों पर

आज इस ब्लॉग में हम हर्बल दवाओं के फायदे, उनकी सावधानियाँ और सही उपयोग का तरीका जानेंगे। इस ब्लॉग से आपकी सेहत को प्राकृतिक तरीके से काफी बेहतर बनाने में
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