तुलसी का उपयोग तो हम सब करते ही हैं यह एक औषधीय पौधा है जो की बहुत सारे गुणों से भरपूर होता है। भारत में तुलसी के पौधे की पूजा भी की जाती है इसलिए तुलसी को हमारे जीवन में प्रमुख स्थान दिया गया है लेकिन इसके गुणों के बारे में सबको नहीं पता होता, इसलिए आज हम इसके बारे में बताएंगे कि इसका हमारे जीवन में और आयुर्वेद में क्या महत्व है तथा तुलसी के अधिक उपयोग से होने वाले नुकसान से कैसे बचा जा सकता है।
तुलसी का महत्व और उपयोग:
तुलसी का उपयोग हमारे जीवन में बहुत महत्वपूर्ण होता है इसकी पत्तियों में औषधीय गुण पाए जाते हैं इसके लिए तुलसी की पत्तियों में भूख बढ़ाने और पाचन शक्ति को मजबूत करने की शक्ति होती है यह बीमारियों के लिए भी अत्यधिक फायदेमंद होती है इसमें खून को शुद्ध करने के गुण होते हैं तुलसी के उपयोग से हमारे मस्तिष्क की कार्यक्षमता भी बढ़ती है यह हमारी याददाश्त को भी तेज करती है रोजाना हमें तुलसी के दो चार पत्ते खाना चाहिए तुलसी में विटामिन भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है और इसीलिए इसका उपयोग हमारे जीवन में अत्यधिक महत्वपूर्ण है।
तुलसी के रस का उपयोग:
तुलसी के रस में अनेक प्रकार के आयुर्वेदिक गुण होते हैं इसका रस पीने से हमें कई तरह की परेशानियों से छुटकारा मिलता है। चलिए तुलसी के रस के फायदे के बारे में कुछ टिप्स बताते हैं:
- तुलसी का रस त्वचा रोग के लिए भी फायदेमंद होता है इसके रस के उपयोग से त्वचा संबंधित बीमारियां भी ठीक होती हैं।
- तुलसी का रस दिल के स्वस्थ रखने के लिए भी उपयोग किया जाता है इसके उपयोग से हमारा रक्तचाप सही रहता है।
- यह हमारी त्वचा और बालों के लिए भी फायदेमंद होता है मुंहासे के लिए भी उपयोग किया जाता है इससे हमारी त्वचा चमकदार (Shiny) होती है।
- तुलसी का रस हमारे पाचन क्रिया में भी मदद करता है और इम्यूनिटी को बढ़ाता है।
- इसका रस डायबिटीज में भी लाभप्रद होता है इंसुलिन को बढ़ाने में भी तुलसी मददगार होती है।
- इसके सेवन से हमारी इम्यूनिटी (रोग प्रतिरोधक क्षमता) मजबूत होती है, और सर्दी बुखार जैसी मौसमी बीमारियों के लिए भी यह अत्यंत लाभकारी है।
- तुलसी का रस निरंतर पीने से हमारा स्ट्रेस भी कम होता है और हमारा मन भी स्वस्थ रहता है।
तुलसी के औषधीय लाभ (Health Benefits of Holy Basil):
तुलसी को हम औषधि के रूप में भी प्रयोग करते हैं यह एक प्रकार की जड़ी बूटी है और इसका प्रयोग अनेक प्रकार की दवाओं में भी किया जाता है। चलिए हम इसके औषधीय लाभ (तुलसी के फायदे) के बारे में आपको विस्तार से बताते हैं:
तुलसी सर दर्द में लाभकारी:
इसके उपयोग से हमारी शारीरिक बीमारियों में भी लाभ मिलता है और माइग्रेन में भी यह अत्यंत लाभकारी होती है इसके उपयोग से सिर दर्द ठीक होता है।
आंखों की सूजन के लिए:
तुलसी में फंगल इन्फेक्शन को रोकने की शक्ति होती है इसके उपयोग से हमारी आंखें भी स्वस्थ रहती हैं और आंखों की सूजन को भी कम करती है।
सर्दी और खांसी के लिए तुलसी:
तुलसी के पत्तों का काढ़ा पीने से हमारी सर्दी खांसी में भी राहत मिलती है इसके एंटीबैक्टीरियल गुण हमें संक्रमण से बचाते हैं।
तुलसी: उल्टी से दिलाये राहत
तुलसी के एंटीबायोटिक गुण हमें उल्टी में राहत दिलाते हैं इसके सेवन से उल्टी से आराम मिलता है तुलसी के पत्तों में कैंसर को रोकने वाले तत्व भी होते हैं, जो कि कैंसर को बढ़ने से रोकते हैं तुलसी के पत्तों का पाउडर बनाकर मुंह के छालों को ठीक करने के लिए किया जाता है।
तुलसी के पत्ते खाने के नुकसान:
जहां तुलसी के अपने बहुत से फायदे हैं वही इसके तुलसी के पत्ते खाने के नुकसान भी हैं। जिन्हें प्रयोग करते वक्त ध्यान रखना चाहिए जैसा कि हमने बताया तुलसी का सेवन लाभकारी होने के साथ-साथ नुकसानदायक भी हो सकता है। इसका सही मात्रा में सेवन करना है लाभकारी होता है और ज्यादा सेवन करने से भी नुकसान हो सकता है। इसलिए इसका उपयोग करने से पहले हमें इसके बारे में सही जानकारी होना बहुत जरूरी है।
तुलसी के सेवन से होने वाले 10 नुकसान:
- तुलसी का अधिक मात्रा में सेवन करने से पेट में जलन की समस्या होने की संभावना रहती है इसलिए इसका सेवन सही मात्रा में ही करना चाहिए।
- तुलसी के पत्तों में कुछ ऐसे तत्व भी मौजूद होते हैं जो हमारे रक्त को पतला कर सकते हैं।
- गर्भावस्था के दौरान स्त्रियों को तुलसी का सेवन नहीं करना चाहिए।
- जो व्यक्ति डायबिटीज (मधुमेह व शुगर) का मरीज हो उसको भी तुलसी का सेवन बिना वैद्य या डॉक्टर से समझे बिना नहीं करना चाहिए।
- पुरुषों का इनफर्टिलिटी का ट्रीटमेंट या इलाज चल रहा हो उन्हें भी इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
- तुलसी के पत्ते को दांतों से चबाकर नहीं खाना चाहिए क्योंकि तुलसी के पत्तों में मौजूद पारा (Mercury) और आर्सेनिक जैसे तत्व आपके दांतों को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
- इसमें यूजेनॉल होता है इसलिए इसका अधिक सेवन लिवर को नुकसान पहुंचा सकता है।
- ज्यादा मात्रा में तुलसी का सेवन करने से पुरूषों में स्पर्म काउंट की संख्या कम होने का खतरा भी रहता है।
- तुलसी के अधिक सेवन करने से गर्भावस्था के दौरान डायरिया की समस्या हो सकती है।
- तुलसी का अत्यधिक सेवन हार्मोन पर भी प्रभाव डाल सकता है।
निष्कर्ष:
तुलसी का पौधा एक औषधीय पौधा है यह हम सब जानते हैं लेकिन इसका सेवन कैसे करना है और कितना करना है यह जानना भी जरूरी होता है सही मात्रा की जानकारी न होने पर फायदे की जगह नुकसान भी हो सकता है इसलिए इसको उपयोग में लेने से पहले आयुर्वैदिक एक्सपर्ट या वैद्य की सलाह जरूर लेनी चाहिए, धन्यवाद।
FAQs
अधिक मात्रा में तुलसी के सेवन से होने वाले साइड इफेक्ट्स क्या हैं?
जैसा कि हमने ऊपर बताया तुलसी में पारा, यूजेनॉल और आर्सेनिक जैसे पदार्थ होते हैं तथा यह अम्लीय भी है जिसका किसी भी प्रकार से अधिक मात्रा में प्रयोग चाहे वह आप दवा के रूप में क्यों ना हो रहा हो आपके लिए नुकसानदेह हो सकता है।
क्या अधिक तुलसी खाने से सांस की समस्या होती है?
हां, तुलसी का ज्यादा सेवन सांस की समस्या को बढ़ा सकता है, सांस फूलना और पेशाब में खून आने की समस्या भी हो सकती है और खांसते समय भी खून आने की परेशानी हो सकती है इसलिए तुलसी का अधिक सेवन नहीं करना चाहिए।
तुलसी की तासीर ठंडी होती है या गर्म?
तुलसी में बहुत सारे गुणकारी तत्व शामिल हैं इसलिए हमारे लिए बहुत ही रूपों में फायदेमंद हो सकती है लेकिन ज्यादा पित्त की समस्या होने पर इसका उपयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि तुलसी की तासीर गर्म होती है इसलिए इसको अन्य जड़ी बूटियों के साथ मिलाकर प्रयोग करने पर फायदेमंद होता है।
तुलसी किडनी के मरीज के लिए अच्छी या नहीं?
किडनी स्टोन मरीजों के लिए इसका सेवन कर सकते हैं तुलसी के पत्तों का रस निकालकर उसमें शहद मिलाकर कुछ महीनो तक सेवन करने से गुर्दे की पथरी को बाहर निकलने में सहायता मिलती है या दिल से संबंधित बीमारियों को कम करने में भी सहायक होती है और खून में कोलेस्ट्रॉल को कम करने में भी मदद करती है या किडनी स्टोन को गलाने में भी मदद करती है।
एक दिन में तुलसी के कितने पत्ते खाना फायदेमंद?
तुलसी का पेड़ तो अक्सर अधिकांश घरों में होता ही है और लगभग सब लोग इसका सेवन भी करते हैं क्योंकि इसमें बहुत सारे औषधीय गुण पाए जाते हैं और यह हमारे सेहत के लिए गुणकारी भी होता है लेकिन इसका कितना सेवन करना नुकसानदायक है और कितना फायदेमंद यह जानना भी जरूरी होता है। हमें दिन में कम से कम दो तीन तुलसी के पत्तों का सेवन करना चाहिए अधिक मात्रा में सेवन नुकसानदेह हो सकता है।
क्या हम रोजाना (प्रतिदिन) तुलसी का सेवन कर सकते हैं?
तुलसी के पत्तों में विटामिन K (Holy basil leaves contain Vitamin k) अधिक मात्रा में पाया जाता है। विटामिन K हमारे शरीर में खून के थक्के बनाता है, इसलिए इसका ज्यादा मात्रा में सेवन नहीं करना चाहिए तुलसी को कम मात्रा में उपयोग करना ही हमारे लिए सुरक्षित है।
क्या तुलसी के पत्तों को चबाकर खा सकते हैं?
तुलसी के पत्तों को दांतों से चबाकर नहीं खाना चाहिए इसकी पत्तियों में मरकरी अर्थात पारा होता है जिससे दांत खराब हो जाते हैं।
क्या तुलसी स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है?
तुलसी में कई प्रकार के पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं जो हड्डियों को मजबूत रखते हैं। तुलसी में कैल्शियम और मैग्नीशियम तथा विटामिन K भी होता है। इसका उपयोग कई प्रकार के माउथवॉश, सैनिटाइजर और आयुर्वेदिक दवाएं बनाने में भी किया जाता है इसलिए तुलसी स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी है।
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