घर पर उगाएं ताजे फल और सब्जियां
होम गार्डनिंग का मतलब अपने घर के आस-पास कम जगह पर बागवानी करना जैसे बालकनी में, किचन गार्डन, छत पर, गलियारे में, घर के आँगन में या बैकयार्ड में अपनी सुविधा और शौक के अनुसार फूल, फल और सब्जियां उगाना। ऐसा करने से घर की सुंदरता भी बढ़ जाती है और वातावरण भी एक स्वच्छ रहता है।

होम गार्डनिंग के सुझाव
घर में बागवानी करने के लिए हमें जितना हमारे आसपास स्पेस हो उसी के हिसाब से पौधों का चुनाव करना सही होता है तो आज हम आपको ऐसे ही कुछ सुझाव देने वाले हैं जिससे आप अपने घर में ही गार्डनिंग कर सकते हैं।
स्थान का चुनाव
कुछ लोग जमीन न होने के कारण पौधे नहीं लगा पाते हैं लेकिन अगर आप लगाना चाहते हैं तो जमीन ना होते हुए भी आप पौधे उगा सकते हैं जैसे कि आपकी बालकनी में या खिड़की पर गमले में पौधे उगा सकते हैं।
स्थान के हिसाब से पौधों का चुनाव
यदि आपके पास जगह कम है और आप छोटे गमले में पौधा लगा रहे हैं इसके लिए छोटे प्लांट्स जैसे पुदीना, धनिया, फूल, मनी प्लांट आदि पौधों को लगा सकते हैं यदि आप बड़े गमले का प्रयोग कर रहे हैं तो उसमें आप सब्जी जैसे टमाटर, बैगन, भिंडी या फूलों वाले पौधे भी लगा सकते हैं।

पौधे का चुनाव करना
फूल देने वाले प्लांट्स जैसे की गेंदा, गुलाब, रातरानी, बेला, चांदनी।
सब्जियां उगाने के लिए:
सब्जियां उगाने के लिए बैंगन, मिर्च, पालक, मेथी, टमाटर, धनिया और दूसरे मौसमी सब्जियां के पौधों को लगा सकते हैं।
फल उगाने के लिए:
फल उगाने के लिए आप फलों के हाइब्रिड पौधे भी ला सकते हैं जो ज्यादा बड़े नहीं होते और फल जल्दी देने लगते हैं उनमें कुछ है जैसे की नींबू अनार अमरूद और और आम जैसे फल वाले पौधों की हाइब्रिड किस्म नर्सरी में आराम से मिल सकती हैं जिन्हें आप बहुत आसानी से गमले में उगा सकते हैं।
गमले का चुनाव:
पौधों के विकास के लिए मिट्टी का गमला सबसे अच्छा रहता है, मिट्टी के गमले में पौधे को बराबर मात्रा में हवा-पानी मिल जाता है। मिट्टी अर्थात टेराकोटा के गमले गर्म भी नहीं होते इसलिए पौधे स्वस्थ रहते हैं और ओवर वाटरिंग पर एक्स्ट्रा पानी बाहर निकल जाता है। प्लास्टिक या किसी अन्य प्रकार के भी गमले आप रख सकते हैं पर उनमें पौधे उतने स्वस्थ नहीं रहते जितना की मिट्टी के गमलों में रहते हैं।
खाद पानी और कीटनाशक दवाओं की सही मात्रा:
गोबर की खाद का प्रयोग करना पौधों के लिए सबसे अच्छा होता है इससे पौधों की ग्रोथ अच्छी रहती है। और पानी भी जरूरत के हिसाब से ही देना चाहिए, रोज पानी डालने से फंगस लगने से पौधे सूख भी सकते हैं पौधों के लिए धूप भी आवश्यक होती है, इसलिए पौधे लगाते समय इसका विशेष ध्यान रखें पौधे को कीड़ों से बचने के लिए उसपर नीम का तेल का स्प्रे करते रहे या हल्दी का पानी घोलकर भी स्प्रे कर सकते हैं। पौधों की अच्छी ग्रोथ के लिए आपको वेल ड्रेन सॉइल (अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी) लेनी है और उसमें आप नीम खली, वर्मी कंपोस्ट का भी प्रयोग कर सकते हैं। छत पर लगाने वाले पौधों के लिए यदि आपको यह लगता है की मिट्टी से छत को नुकसान पहुंचेगा या गमले का वजन बढ़ जाएगा तो आप राइस हस्क अर्थात धान की भूसी कुछ मात्रा में मिट्टी और कोकोपीट का प्रयोग भी कर सकते हैं।

होम गार्डनिंग के लाभ या फायदे:
होम गार्डनिंग के बहुत सारे लाभ हैं इनमें से कुछ फायदे के बारे में आपको भी जानकारी देने जा रहे हैं क्योंकि इस प्रकार हैं:
स्वच्छ वातावरण:
पेड़ पौधे की हवा को शुद्ध करके हमें ताजगी प्रदान करते हैं और स्वच्छ वातावरण में ही इंसान भी स्वस्थ रह सकता है।
जलवायु परिवर्तन में सहायक:
पौधों के द्वारा ही हमें ऑक्सीजन मिलती है और पेड़-पौधे ऑक्सीजन उत्पन्न करके पर्यावरण संतुलन को बनाए रखते हैं।
ताजे फल और सब्जियां:
घर पर बागवानी करके हम ताजा फल और सब्जियों का सेवन कर सकते हैं और स्वस्थ रह सकते हैं घर पर उगी हुई सब्जियां और फल हमारी सेहत के लिए लाभदायक होते हैं क्योंकि इनमें किसी भी प्रकार के हानिकारक पेस्टिसाइड्स नहीं होते।
निष्कर्ष
होम गार्डनिंग सिर्फ समय व्यतीत करने का जरिया नहीं है बल्कि यह एक स्वस्थ जीवन जीने का प्रभावी तरीका भी है थोड़ी सी मेहनत और सही देखभाल करके अपने घर और आसपास के क्षेत्र को हरा-भरा बना सकते हैं तो अब इंतजार क्यों? आज ही अपने हरी-भरी जीवनशैली की शुरुआत करें।
FAQs
होम गार्डनिंग क्यों जरूरी है?
होम गार्डनिंग से हमारे आसपास का वातावरण स्वच्छ रहता है और हमें शुद्ध फल सब्जियां आसानी से अपने घर पर ही उपलब्ध हो जाती हैं। घर पर बागबानी करने से मेंटल स्ट्रेस भी कम रहता है और पूरी तरीके से ऑर्गेनिक होने के वजह से घर पर उगी सब्जियां और फल हमारे सेहत के लिए भी अत्यंत लाभकारी होते हैं।
घर पर कौन-कौन से पौधे उगा सकते हैं?
ऐसे बहुत से औषधीय और फल-फूल के पौधे हैं जिन्हें बहुत ही कम स्पेस में भी आसानी से अपने घर पर उगाया जा सकता है जैसे की एलोवेरा, तुलसी, पुदीना, गेंदा, मनी प्लांट, टमाटर के पौधे हम घर पर बहुत आसानी से उगा सकते हैं।
कौन-कौन से प्लांट्स इनडोर होते हैं?
वैसे तो बहुत से प्लांट इंडोर प्लांट्स होते हैं पर हम यहां पर आपको कुछ नाम बता देते हैं जैसे की स्पाइडर प्लांट्स स्पेशली एलोवेरा और पाम इन पौधों को हम घर के अंदर आसानी से लगा सकते हैं। इनको बहुत ज्यादा धूप की आवश्यकता नहीं होती।
क्या किचन से निकले वेस्ट चीजों से खाद बना सकते हैं?
हां, किचन वेस्ट अर्थात रसोई से निकले फल और सब्जियों के छिलकों से जैविक खाद बनाई जा सकती है।
पौधे लगाने के लिए सबसे अच्छी मिट्टी कौन सी होती है?
पौधों के विकास के लिए दोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है इस मिट्टी में गोबर खाद और कोकोपीट मिलाकर लगाने से पौधे का विकास बहुत अच्छा होता है।